ये जगह तुर्केमिनिस्तान देश
की राजधानी अश्गाबात से लगभग 160 मील दूर उत्तर में स्थित है,
यह रगिस्तान में बना एक गड्ढा
है जिसमे पिछले 50 सालो से लगातार आग धधक रही है, हर साल बड़ी तादाद में टूरिस्ट लोग
इसे देखने आते है, तुर्केमेनिस्तान में इसे दरवाज़ा क्रेटर कहते है, तुर्कमेनिस्तान
आने वाले पर्यटकों के लिए यह एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहा है। यह इतनी खास है की 2019 में वहा के राष्ट्रपति अब
बेर्दयमुखमेदोव को अपनी कार से इसके चारो घूमते देखा गया था |
दोस्तों 1970 के आसपास सोवियत
संघ के वैज्ञानिक यहाँ नेचुरल गैस के भंडार को खोजने के लिए खुदाई कर रहे थे, उसी दौरान
एक गड्ढे से गैस निकलनी शुरू हो जाती है, गैस वातावरण में फैलने से रोकने के लिए वैज्ञानिको
ने उसमे आग लगा दि और वो गड्ढा भर दिया उन्हें उम्मीद थी की गैस जल्दी जल कर खतम हो
जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, बड़ा गड्ढा तो भर दिया था लेकिन छोटे छोटे गड्ढो से गैस
निकलती रही और आग जलती रही, धीरे धीरे ये एक बड़ा गड्ढा बन गया, यह करीब 230 फिट चौड़ा
और और करीब 70 फिट गहरा हो चूका है,
बंद होगा नर्क का दरवाजा
राष्ट्रपति बेर्दयमुखमेदोव
ने अपने कैबिनेट से कहा की इसको बंद करने की तरीको को ढूढा जाये और इसे बंद किया जाये,
क्युकी इससे आस पास रहने वाले लोगो की सेहत पर असर हो रहा है, पर्यावरण को नुकसान हो
रहा है, और लगातार गैस जलने की वजह से natural गैस का भंडार ख़त्म हो रहा है,
सरकार ने कहा है की देश के बैज्ञानिक
बंद करने के तरीके ढूढ रहे है, अगर सफल नहीं हुए तो दुसरे देशो के बैज्ञानिको की मदद
ली जाएगी, वैसे तुर्कमेनिस्तान की मुख्य आय का स्रोत नत्रुँल गैस ही है, तो जाहिर सी
बात है वो उसे बर्बाद नहीं होने देना चाहती है,
तो दोस्तों कैसी लगी ये जानकारी,
कमेंट करके बताये,
धन्यवाद,
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